मैट्रिक रिजल्ट का नहीं, इंसाफ का है इंतज़ार निर्भया को - Magaine New Theme

Breaking

Thursday, 22 June 2017

मैट्रिक रिजल्ट का नहीं, इंसाफ का है इंतज़ार निर्भया को

पटना, सनाउल हक़ चंचल

लखीसराय(बिहार):- लखीसराय में 18 जून को दरिंदगी की शिकार हुई निर्भया पिछले 4 दिन से PMCH में भर्ती है।असहाय दर्द से अब भी कराह रही है। जानकारी दे दें कि निर्भया ने भी इस साल मैट्रिक की परीक्षा दी थी। सभी छात्र-छात्राओं की तरह वह भी नतीजे का इंतजार कर रही थी। आज नतीजा आया लेकिन निर्भया के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे, न इंतजार न उत्सुकता। आँखों में आंसू और ज़ूबान पर एक ही बोल- मेरे गुनहगारों को सजा दो, मुझे इंसाफ दिलाओ।
पीड़ित निर्भया के स्वास्थ्य में सुधार को लेकर मिलने पहुंची कुछ न्यूज़ चैनल्स जब  अस्पताल पहुंची तो वहां उसके मैट्रिक रिजल्ट के बारे में भी जानना चाहा तो परिजनों के आँखों में आंसू आ गए उन्होंने रोते हुए कहा हमें रिजल्ट की जरूरत नही। मेरी बच्ची ठीक हो जाये बस।
पीड़िता के भविष्य को मद्देनजर रखते हुए जब रिजल्ट देख लेने का आग्रह किया गया तो निर्भया की चाची ने उसका रोल नंबर दिया। हालांकि निर्भया की किस्मत ने यहाँ भी उसका साथ नही दिया।उसे बोर्ड में सिर्फ 183 प्राप्त हुए हैंं। निर्भया सब कुछ बोलने के लिए तैयार है। जहां जाना होगा जाएंगे, लेकिन उसको फाँसी दिलवा दीजिये। इतना बोल कर फिर वो जार-जार रोने लगती है।
बता दें कि लखीसराय में दरिंदों ने उसके साथ बेरहमी की थी। हवस का शिकार बना चलती ट्रेन से फेंक दिया था। उसे आनन-फानन में PMCH भेजा गया था। अस्पताल परिसर में दर-दर की ठोकर खा रहे उसके परिजनों को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सहारा मिला था।  फिर उसे इमरजेंसी वार्ड में बेड नंबर 8 पर शिफ्ट किया गया था। जहां उसका इलाज अब भी चल रहा है। वो असहाय दर्द में है। दर्द  मानसिक और शारीरिक है। चेहरा शून्य में ताक रहा है। आंसुओं से भरी आंखो में इंतज़ार है तो बस इंसाफ का.......

No comments:

Post a Comment

Post Bottom Ad

Responsive Ads Here